Uttarakhand News: उत्तराखंड को मिली बड़ी सौगात: 480 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की स्वीकृति-Newsnetra
उत्तराखंडवासियों के लिए पहली नवरात्रि पर केंद्रीय सरकार ने एक महत्वपूर्ण सौगात दी है। राज्य को केंद्रीय पूल से 480 मेगावाट अतिरिक्त बिजली आवंटित की गई है, जो शीतकाल में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद करेगी। यह कदम न केवल ऊर्जा संकट को हल करने में सहायक होगा, बल्कि राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा दी गई राहत
केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को आवंटित अतिरिक्त बिजली के कोटे में 180 मेगावाट की वृद्धि की है और इसकी समयावधि को 30 जून 2025 तक बढ़ा दिया है। इससे पहले, 26 सितंबर को केंद्र ने 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली 31 मार्च 2025 तक के लिए उत्तराखंड को दी थी। अब कुल 480 मेगावाट अतिरिक्त बिजली राज्य को प्राप्त होगी, जो विशेष रूप से शीतकाल के दौरान ऊर्जा संकट के समय में राहत प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से मिलकर बिजली संकट के समाधान के लिए लगातार प्रयासरत थी।
बिजली की मांग और उपलब्धता
उत्तराखंड में बिजली की मांग और उपलब्धता के बीच अंतर लगातार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि राज्य में कई बार बिजली की कमी के कारण समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा, हाइड्रो पावर, और कोयले से बिजली उत्पादन के लिए दीर्घकालिक योजनाएँ बनाई हैं। इस प्रकार, राज्य सरकार प्रयास कर रही है कि वह विभिन्न स्रोतों से ऊर्जा उत्पादन बढ़ाकर बिजली की मांग को पूरा कर सके।
शीतकाल में निर्बाध बिजली आपूर्ति
शीतकाल में बर्फबारी और अन्य कारणों से जल विद्युत परियोजनाओं के उत्पादन में गिरावट आती है, जिससे राज्य में बिजली की आपूर्ति पर असर पड़ता है। लेकिन केंद्रीय पूल से मिलने वाले अतिरिक्त कोटे की वृद्धि के साथ, उपभोक्ताओं को अब शीतकाल में भी निर्बाध बिजली मिलेगी। इससे न केवल जनजीवन सुचारू रहेगा, बल्कि औद्योगिक गतिविधियाँ भी प्रभावित नहीं होंगी।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “उत्तराखंड को केंद्रीय पूल से 480 मेगावाट अतिरिक्त बिजली स्वीकृत करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर जी का आभार। केंद्रीय पूल से 480 मेगावाट बिजली मिलने से अब प्रदेशवासियों को शीतकाल में भी बिजली निर्बाध मिलती रहेगी।”
यह कदम उत्तराखंड के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा, और इससे राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।